एक महीने में 10 हजार से अधिक कोरोना मरीज घर पर हुए ठीकः स्वास्थ्य विभाग

एक महीने में 10 हजार से अधिक कोरोना मरीज घर पर हुए ठीकः स्वास्थ्य विभाग

नई दिल्ली
राजधानी में एक महीने में 10 हजार से अधिक मरीज घर पर रहकर ही ठीक हो गए। इस समय कुल सक्रिय मामलों में से 50 फीसदी से अधिक मरीजों का घर पर ही इलाज किया जा रहा है। होम आईसोलेशन में दी जा रही बेहतक सुविधाओं से ही यह हो सका है।

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 2 जुलाई तक होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की संख्या 16129 थी। अब यह 5577 रह गई है। इस हिसाब से देखें तो एक माह में 10,552 लोग घर पर रहकर ही ठीक हो गए हैं। इस समय कुल 10207 सक्रिय मामले हैं। यानी, 53 फीसदी मरीज घर पर ही रहकर इलाज करा रहे हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार की होम आइसोलेशन की रणनीति काफी कारगर रही है। ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन की इजाजत दी गई, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण तो थे, लेकिन वह गंभीर मरीज नहीं थे। दिल्ली में कोरोना के 80 फीसद मरीज कम लक्षण वाले हैं। ऐसे मरीजों के लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया, जो घर जाकर होम आइसोलेशन की बारीकियों के बारे में समुचित जानकारी देती है। ऐसे मरीजों की रोजाना मॉनिटरिंग करने के साथ उनकी देखभाल के तमाम उपाय भी बताए जाते हैं। फोन के जरिए डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी संपर्क में रहते हैं।
इसका लाभ यह हुआ कि कोरोना के मरीजों ने घर पर अपनों के बीच रहकर बेहतर महसूस किया और ठीक हुए। इसी के साथ उसके परिवार के सदस्यों को भी उसी घर में 2 सप्ताह के लिए होम क्वारंटीन किया गया, जिससे यह बीमारी अन्य लोगों में न फैले।

इसमें सबसे महत्वपूर्ण यह रही है कि इसी के साथ दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के लिए होम आइसोलेशन की व्यवस्था के बारे में प्रचार-प्रसार भी किया। यह प्रयास रंग भी लाया और लोगों में यह विश्वास भी जगा कि वे बिना अस्पतालों के चक्कर लाए भी ठीक हो सकते हैं। इसके बाद जिस मरीज में भी संक्रमण के हल्के लक्षण होते थे। वह घर पर ही अपना इलाज कराने लगे। सरकार की ओर से दी गई बेहतरीन सुविधाओं से यह मरीज घर पर रहकर ही ठीक हो रहे हैं।

ऑक्सीप्लस मीटर का भी अहम रोल
होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों को पहले उनके ऑक्सीजन के स्तर के विषय में जानकारी नहीं होती थी। इसी कारण कई मरीज घर पर इलाज कराने से कतराते थे। इसको देखते हुए सरकार ने होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों को ऑक्सीप्लस मीटर की सुविधा दी। इसकी सहायता से मरीज अपने शरीर में ऑक्सीजन के स्तर का पता लगा लेते हैं। अगर उन्हें कुछ कमी महसूस होती है तो वह अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं। दिल्ली सरकार अब तक 27 हजार से ज्यादा लोगों को ऑक्सीप्लस मीटर वितरित कर चुकी है। अब संक्रमण के गंभीर मरीज ही अस्पताल में भर्ती होते हैं।

ऐसे कम हुई होम आईसोलेशन में रहने वालों की संख्या
तारीख-      होम आईसोलेशन में मरीज
2 जुलाई     161129
6 जुलाई     14126
10 जुलाई   12272
14 जुलाई   10695
18 जुलाई     9136
22 जुलाई     7966
26 जुलाई     6976
30 जुलाई     5873
03 अगस्त    5577

नोट-सभी आंकडे स्वास्थ्य विभाग की बेवसाइट से लिए गए हैं।

 

Related posts